मुक्ता मिश्रा साहित्यक क्षेत्र मे भने नव होइथ, मुदा साहित्य तँ हिनका खून मे छनि। छिटपुट रचना पत्र-पत्रिका मे प्रकाशित। पिता महान साहित्यकार राजकमल चौधरी आ पति स्व. बीरेंद्र मिश्राक मृत्योपरांत जे कटु अनुभव भेटलनि तकर मार्मिक वर्णन अद्भुत रुपें एहि पोथी मे कयल गेल अछि।
इस पुस्तक को प्रकाशित किया है शशि प्रकाशन ने, 104 पेजों की इस किताब की कीमत है 125 रुपए जो अमेजन पर छूट के साथ उपलब्ध है।